आइंस्टीन-पाइथागोरस-गांधी तक ने की थी शाकाहार की वकालत, यहां जानें वीगन-वेजिटेरियन के बीच का अंतर, जानें इतिहास
World Vegan Day 2023: आज से कई साल पहले आइंसटीन, पाइथागोरस से लेकर गांधी तक ने भी शाकाहार की वकालत की थी. तो चलिए जानते हैं क्यों की गई इस दिन की शुरुआत.
आइंस्टीन-पाइथागोरस-गांधी तक ने की थी शाकाहार की वकालत, यहां जानें वीगन-वेजिटेरियन के बीच का अंतर, जानें इतिहास
आइंस्टीन-पाइथागोरस-गांधी तक ने की थी शाकाहार की वकालत, यहां जानें वीगन-वेजिटेरियन के बीच का अंतर, जानें इतिहास
World Vegan Day 2024: वर्ल्ड एनिमल फाउंडेशन के अनुसार, भारत में सबसे ज्यादा शाकाहारी लोग है. बॉलिवुड में आजकल इस बात की चर्ची होने लगी है. कंगना रनोट,जॉन अब्राहम से लेकर क्रिकेटर विराट कोहली तक वीगन हैं. लेकिन बहुत सारे लोगों को इसके बारे में पता भी नहीं है. ज्यादातर लोगों को लगता है कि वीगन और वेजिटेरियन एक ही है.
कई इतिहासकारों ने वीगन को अपनाया
आज से कई साल पहले आइंसटीन, पाइथागोरस से लेकर गांधी तक ने भी शाकाहार की वकालत की थी. महात्मा गांधी का जन्म एक वैष्णव हिंदू परिवार में हुआ था. इस वजह से वे बचपन से ही शाकाहार थे लेकिन एक बार उन्हें मजबूरी में मांस खाना पड़ा था. ये बात उन्होंने अपने किताब ‘सत्य के प्रयोग’ में बताई थी. वहीं गणित के पाइथागोरस फार्मूला देने वाले पाइथागोरस कहते हैं कि “जब तक मनुष्य अपने से कमजोर जीवों को हत्या करता रहेगा, वह स्वास्थ्य और शांति हासिल नहीं कर पाएगा. जिसने हत्या और पीड़ा के बीज बोए हों, वह खुशी और प्रेम का फल नहीं पा सकता.
जानें वीगन और वेजिटेरियन के बीच का अंतर
हर साल 1 नवंबर को दुनिया भर में वर्ल्ड वीगन डे (World Vegan Day) मनाया जाता है. vegan शब्द डोनाल्ड वाटसन ने Vegetarian (शाकाहारी) शब्द से लिया गया था. वीगन और वेजिटेरियन शब्द बिल्कुल अलग-अलग है. इसको एक बिल्कुल न समझे. वीगन और वेजिटेरियन डायट को फॉलो करने वाले लोग मांस-मछली या अंडा नहीं खाते. इसका मतलब है कि वेजिटेरियन किसी भी तरह की मीट नहीं खाते. वहीं जो लोग वीगन को फॉलो करते हैं वे अपनी डायट में दूध-दही तक नहीं खाते, इसका साफ मतलब है कि वे किसी भी एनिमल प्रोडक्ट नहीं खाते हैं. इसके अलावा दूध, दही, शहद , मक्खन या दूध से बना कोई भी प्रोडक्ट नहीं खाते हैं. वीगन डाइट वाले लोग केवल पेड़-पौधों से मिलने वाले फूड प्रोडक्ट जैसे फल, सब्जियां, होल ग्रेन्स, दाल खाते हैं. वीगन डायट में ज्यादा कर कच्चे फूड्स पर फोकस किया जाता है.
कैसे शुरू हुई इस दिन की शुरुआत
वर्ल्ड वेगन डे का ख्याल सबसे पहले ब्रिटेन के डोनाल्ड वॉटसन को आया था. उन्होंने 1 नवम्बर 1944 को 5 लोगों की एक मीटिंग में पहली बार जानवरों के हित को लेकर चर्चा की थी. इस मीटिंग में नॉन-डेयरी प्रोडक्ट पर चर्चा हुई. वहां बैठे लोग भी इस बात पर सहमत थे. तभी से वर्ल्ड वीगन डे मनाने की शुरुआत हुई. इस दिन
को मनाने का लक्ष्य जानवर और पर्यावरण को बचाना है.
इन स्टार ने अपनाया वीगन
क्रिकेटर विराट कोहली, बॉलिवुड के जॉन अब्राहम, सोनम कपूर, सोनाक्षी सिन्हा, आमिर खान, शाहिद कपूर, श्रद्धा कपूर से लेकर कई बड़े सुपरस्टार वीगन डायट फॉलो कर रहे हैं और आज के समय में काफी फिट और हेल्दी हैं.
वीगन डायट के फायदे
वीगन डायट को फॉलो करने से बॉडी मास इंडेक्स (BMI) कम होता है. जिन लोगों को वेट लॉस करना होता है वे अगर वीगन डायट फॉलो करें तो वजन तेजी से घटता है. इसको फॉलो करने से ब्लड शुगर कंट्रोल रहता है. हार्ट से संबंधी बीमारी और कैंसर का खतरा कम होता है.
इन लोगों को नहीं फॉलो करना चाहिए वीगन डायट
जिन लोगों को आयरन और कैल्शियम की कमी है उन्हें ये डायट फॉलो नहीं करना चाहिए. इसके अलावा बच्चों और प्रेग्नेंट लेडी को इससे दूर रहना चाहिए. जिन लोगों का वेट काफी कम है या जो महिलाओं को शरीर में खून की कमी है वे अगर ये डायट फॉलो करती हैं तो उन्हें दिक्कत हो सकती है. इसलिए कोई भी डायट फॉलो करने से पहले एक बार डॉक्टर से जरूर कंसल्ट करें.
वीगन डाइट में खाए जाने वाले प्रोडक्ट
- फल, सब्जियां, अनाज
- दूध की जगह सोयाबीन या बादाम का दूध
- खाना बनाने के लिए घी की जगह ऑलिव ऑयल, तिल का तेल
- कार्बोहाइड्रेट के लिए साबुत अनाज, जौ, बाजरा, ज्वार, केला वगैरह
- प्रोटीन के लिए साबुत दालें, टोफू, मटर, बादाम, सोयाबीन
11:15 AM IST